हनुमान चालीसा एक प्रमुख हिन्दू भक्ति ग्रंथ है जो भगवान हनुमान की महिमा और महत्त्व को बयां करता है। यह ग्रंथ तुलसीदास द्वारा रचित हुआ था और संस्कृत में लिखा गया था। हनुमान चालीसा का नाम इसलिए है क्योंकि इसमें चालीस (40) श्लोक होते हैं, जो हनुमान जी की महिमा को गुणगान करते हैं। इन श्लोकों का पाठ करने से भक्तों का माना है कि उन्हें भगवान हनुमान की कृपा मिलती है और वे समस्त दुखों और कष्टों से मुक्त होते हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ भक्तिभाव से किया जाता है और इसका महत्त्व हिन्दू धर्म में अत्यधिक माना जाता है। यह ग्रंथ हनुमान जी की भक्ति में लिपटे भक्तों के द्वारा रोज़ाना पढ़ा जाता है, खासकर बुढ़वार (संकटमोचन हनुमान जी के दिन) और मंगलवार को।
यहां हनुमान चालीसा के पहले छः श्लोक का अर्थ दिया गया है: